पत्नी के होते दिल लगाना महंगा पड़ेगा अब, क़ानून का व्याकरण जो चलेगा !
निःसंदेह "प्रेम" एक भावना है, जबकि "कानून" एक नियमों का समूह है. दोनों के बीच क्या कोई "व्याकरण" हो सकता है या खोजा जा सकता है ? हाँ , परंतु इस बात पर निर्भर करता है कि हम इन्हें कैसे जोड़ते हैं - प्रेम विवाह में कानून प्रेम को कानूनी दर्जा देता है साथ ही कानून प्रेम के कार्यों को परिभाषित भी करता है मसलन विवाह, सहमति और गोपनीयता.





















