• Prakash Jain
    Prakash Jain
    Pro
Prakash Jain logo
    • Change PhotoChange photo
    • Create A Unique Profile PhotoCreate A Unique Profile Photo
  • Delete photo

Prakash Jain

Pro
  • 19 Followers

  • 12 Following

  • हिंदुस्तान पाकिस्तान सीजफायर : कुछ तो है जिसकी पर्दादारी है !हिंदुस्तान पाकिस्तान सीजफायर : कुछ तो है जिसकी पर्दादारी है !

    हिंदुस्तान पाकिस्तान सीजफायर : कुछ तो है जिसकी पर्दादारी है !

    हिंदुस्तान पाकिस्तान सीज फायर चालू है, लेकिन डिजिटल और सोशल मीडिया पर हिंदुस्तान के राजनीति के दंगल के दो दिग्गज प्रतिद्वंदियों ने सीज फायर भयंकर रूप से तोड़ दिया है. कांग्रेस के किसी प्रवक्ता ने शेर सुनाया, "कुछ तो मजबूरियां रही होंगी, यूँ कोई बेवफ़ा नहीं होता " तो प्रत्युत्तर भी शेर से ही मिला और साथ ही भूले बिसरे डॉक्टर मनमोहन सिंह भी प्रासंगिक हो गए, "हजारों जवाबों से अच्छी है मेरी खामोशी, न जाने कितने सवालों की आबरू रख ली !"  

    Prakash Jain
    Prakash Jain
  • 5G युद्ध तो और आगे बढ़ रहा है, सोशल मीडिया पर संघर्ष विराम कब होगा ?5G युद्ध तो और आगे बढ़ रहा है, सोशल मीडिया पर संघर्ष विराम कब होगा ?

    5G युद्ध तो और आगे बढ़ रहा है, सोशल मीडिया पर संघर्ष विराम कब होगा ?

    अजीब है ना ! युद्ध की विभीषिका में कुछ युवा अपने अंगों और जीवन का बलिदान देते हैं, अन्य युवा ट्विटर पर बैठकर बकवास करते हैं. पता नहीं क्या है मन में, परंतु लग तो यही रहा है कतिपय मीडिया चैनल, कथित अतिरंजित प्रवक्ता गण (जिनमें राजनीतिक पार्टियों के नेता है, स्वयंभू विश्लेषक हैं) पूरी तरह से युद्ध चाहते थे. निःसंदेह भारत सरकार के पास समझदार लोग हैं जो छाती पीटने वालों से प्रभावित नहीं होते. उन्होंने वही किया जो भारत के दीर्घकालीन हित के लिए सबसे अच्छा है. संदेश कड़ा और स्पष्ट गया है. अब युद्ध विराम का स्वागत है.                      

    Prakash Jain
    Prakash Jain
  • कल जो भी रहा होगा, आज तो आतंक ख़त्म करने की क़वायद है !कल जो भी रहा होगा, आज तो आतंक ख़त्म करने की क़वायद है !

    कल जो भी रहा होगा, आज तो आतंक ख़त्म करने की क़वायद है !

    खूब कहा जा रहा है अमेरिका भारत के साथ है, तो कह देते हैं साथ खड़े होकर भी हमारे लिए अमेरिका और चाइना उन्नीस बीस ही हैं. चाइना पाक के साथ ठीक वैसे ही है जैसे अमेरिका भारत के साथ है. वह पाक को कहता है 'हम साथ साथ है' जबकि वह तटस्थ रह रहा है और अमेरिका इंडिया को कहता है 'हम साथ साथ है' जबकि वह भी तटस्थ रह जा रहा है. 

    Prakash Jain
    Prakash Jain
  • प्राउड ऑफ़ आवर आर्मी फॉर ऑपरेशन सिंदूर बिल्कुल सही है, परंतु बगैर मोदी सरकार पर गर्व किये ऐसा कहना कितना उचित है ?प्राउड ऑफ़ आवर आर्मी फॉर ऑपरेशन सिंदूर बिल्कुल सही है, परंतु बगैर मोदी सरकार पर गर्व किये ऐसा कहना कितना उचित है ?

    प्राउड ऑफ़ आवर आर्मी फॉर ऑपरेशन सिंदूर बिल्कुल सही है, परंतु बगैर मोदी सरकार पर गर्व किये ऐसा कहना कितना उचित है ?

    वैसे कल तक तो आर्मी के साथ भी नहीं खड़े थे आप ! खड़े होते तो कम से कम सेना और सैन्य संसाधनों का मजाक उड़ाने वाले चन्नी की और अजय रॉय की भर्त्सना करते हुए कुछ काल के लिए ही उन्हें सस्पेंड कर देते !  चूंकि पूर्व में आपने ऐसा किया भी है, मणि शंकर को सस्पेंड किया था.  

    Prakash Jain
    Prakash Jain
  • मंडल और कमंडल को साथ लाने में क़ामयाब होती दिख रही है बीजेपी !मंडल और कमंडल को साथ लाने में क़ामयाब होती दिख रही है बीजेपी !

    मंडल और कमंडल को साथ लाने में क़ामयाब होती दिख रही है बीजेपी !

    याद कीजिए साल 2023 में कांग्रेस ने बिहार में हुए जातीय सर्वेक्षण के बाद इस मुद्दे को ज़ोर-शोर से उठाया था, मीडिया के दफ्तरों में बैठे विश्लेषकों ने निष्कर्ष निकाल दिया था कि जातीय जनगणना के मुद्दे पर बीजेपी को भारी नुकसान होने जा रहा है. हुआ क्या था ?  बीजेपी ने एमपी, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में सभी अटकलों को खारिज करते हुए बहुमत से ज्यादा सीटें हासिल कर ली थी. तब बीजेपी ने अपने चिर-परिचित वोट बैंक के अलावा बड़ी संख्या में ओबीसी वोट भी हासिल किया था.  

    Prakash Jain
    Prakash Jain
  • आप जैसों के लिए इसमें रखा कुछ भी नहीं, लेकिन ऐसा तो न कहिए कि वफ़ा कुछ भी नहीं !आप जैसों के लिए इसमें रखा कुछ भी नहीं, लेकिन ऐसा तो न कहिए कि वफ़ा कुछ भी नहीं !

    आप जैसों के लिए इसमें रखा कुछ भी नहीं, लेकिन ऐसा तो न कहिए कि वफ़ा कुछ भी नहीं !

    ऐसे संवेदनशील समय में जव्वाद शेख की गजल की दो लाइनें सियासतदानों पर खरी उतरती है. आज संकट में राष्ट्र है, राष्ट्रीय सरकार है, पीएम, गृह मंत्री, रक्षा मंत्री राष्ट्र के हैं ; राष्ट्र है तो पोलिटिकल पार्टियां हैं . विपक्ष यदि एकजुट है तो फ़िलहाल भूल जाएँ ना फलां भाजपाई है, कोंग्रेसी है, समाजवादी है या किसी अन्य गुट का है ! पॉलिटिक्स करना, खेला खेलना/करना बिल्कुल पसंदीदा शगल है नेताओं का, परंतु जब अभी एक ही पाला है, तब "खेला होबे" क्यों और कैसे ? चूंकि हो रहा है, तो यही कहा जा सकता है कहने भर को एकजुट हैं, बाकी तो  "कुत्ते की पूंछ टेढ़ी की टेढ़ी" !  

    Prakash Jain
    Prakash Jain
  • साढ़े साती रिपीट हो गई है उसकी, औंधे मुंह गिरना ही है उसको !साढ़े साती रिपीट हो गई है उसकी, औंधे मुंह गिरना ही है उसको !

    साढ़े साती रिपीट हो गई है उसकी, औंधे मुंह गिरना ही है उसको !

    सरकार 3.0 है, तो उसकी साढ़े साती 2.0 होनी ही थी ! सिम्पटम्स नजर आने लगे है. एक बार फिर उसे सुप्रीम कोर्ट ने लताड़ लगाईं है. ऑन ए लाइटर नोट कहें तो लगवाई गई है, चूंकि वकील कॉमन  है ! तब भी पड़वा दी थी, अब फिर पड़वा दी है. कोर्ट ने दो टूक कहा, "इस बार सावरकर हैं, अगली बार कोई महात्मा गांधी ( जिन्होंने वायसराय को लिखे अपने पत्रों में आपका वफादार सेवक शब्दावली का इस्तेमाल किया करते थे) को भी अंग्रेजों का नौकर कह सकता है.  हम स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे. लगे हाथों सुप्रीम कोर्ट ने यह भी साफ कर दिया कि अगर भविष्य में ऐसे बयान दिए गए तो सीधे स्वतः संज्ञान लिया जाएगा.

    Prakash Jain
    Prakash Jain
  • क्या सबसे बड़ा अपराध है हिंदुस्तान में हिंदू होना ?क्या सबसे बड़ा अपराध है हिंदुस्तान में हिंदू होना ?

    क्या सबसे बड़ा अपराध है हिंदुस्तान में हिंदू होना ?

    निहत्थे थे, निरपराध थे और सबसे बड़ा गुनाह उनका हिन्दू होना था !  बोल तेरा धर्म क्या है ? हिंदू है. ......गोली खा ! नेता लोग कहते रहते हैं कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता ; परंतु जब आतंकवादियों ने ( जिनका मुस्लिम होना संदेह से परे है) किसी धर्म विशेष का होने के कारण ( जो हिंदू थे) उन्हें मार दिया, तो सिद्ध हो गया ना कि आतंकवाद का धर्म होता है ! कभी भगवा आतंक बताने से, हिंदू आतंकवाद बताने से कतिपय नेताओं को गुरेज नहीं हुआ तो अब तो एक सुर में कह दो ना इस्लामिक आतंकवाद ! लेकिन सुर हमारा बनेगा, संदेह है ! वोट बैंक की स्वार्थ परक राजनीति जो है ! 

    Prakash Jain
    Prakash Jain
  • हंसने हंसाने का अधिकार है, लेकिन “terms  & conditions apply" तो होनी ही चाहिए ना !हंसने हंसाने का अधिकार है, लेकिन “terms  & conditions apply" तो होनी ही चाहिए ना !

    हंसने हंसाने का अधिकार है, लेकिन “terms  & conditions apply" तो होनी ही चाहिए ना !

    हँसने हँसाने के लिए अपशब्द क्यों उवाचना ? अपशब्द या गाली क्या है तो समझने की जरूरत है कि अपशब्द बोलना या गाली देना एक व्यक्तिपरक मामला है और इसका अर्थ और प्रभाव संदर्भ और व्यक्ति पर निर्भर करता है. जबकि समूह में वस्तुनिष्ठ होना अपेक्षित है.   

    Prakash Jain
    Prakash Jain
  • विक्टिम ने न्याय की गुहार क्या की, उसकी मर्जी बता दी अदालत ने !विक्टिम ने न्याय की गुहार क्या की, उसकी मर्जी बता दी अदालत ने !

    विक्टिम ने न्याय की गुहार क्या की, उसकी मर्जी बता दी अदालत ने !

    तुम्हारा रेप हुआ है. ..... इसकी तुम ही जिम्मेदार हो - ऐसा देश की एक उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति ने कह दिया ! मामले में जाएँ तो यकीन मानिए तापसी पन्नू की फिल्म "पिंक" रेप्लिकेट होती प्रतीत होती है. न्यायमूर्तियों द्वारा रेप जैसे मामलों में इस प्रकार के असंवेदनशील फैसले कॉमन हो चले हैं और आश्चर्य की बात है कि हालिया दो मामलों में उच्च न्यायालय भी कॉमन है, इलाहाबाद . हाँ, न्यायमूर्ति भिन्न ज़रूर हैं और उनका भिन्न होना भी एक बड़ी चिंता का विषय है. कहने का मतलब एक नहीं एक से अधिक जज संवेदनहीन हैं !

    Prakash Jain
    Prakash Jain
  • नेटफ्लिक्स टेलीविज़न सीरीज ADOLESCENCE तो हर माता पिता के लिए मस्ट वाच है !नेटफ्लिक्स टेलीविज़न सीरीज ADOLESCENCE तो हर माता पिता के लिए मस्ट वाच है !

    नेटफ्लिक्स टेलीविज़न सीरीज ADOLESCENCE तो हर माता पिता के लिए मस्ट वाच है !

    क्राइम इन्वेस्टीगेशन के इर्द गिर्द केंद्रित साइकोलॉजिकल ड्रामा एक नेक्स्ट लेवल की स्टोरीटेलिंग है, इसलिए यूनिक है ! चूंकि लीक से हटकर क्रिएशन है तो बगैर किसी सिलसिलेवार ब्यौरे के लीक से हटकर ही कुछ बातें भर कर लेते हैं. और ये बातें यक़ीनन इंप्रेस करेंगी सबों को ! हाँ, सिर्फ दो किरदारों का जिक्र भर कर देते है - एक तो जेमी( 13 साल का स्कूल गोइंग किशोर) और दूसरे जेमी के पिता एडी मिलर ! हालांकि अन्य किरदार भी अपेक्षित प्रभाव छोड़ते है मसलन डिटेक्टिव ल्यूक, ल्यूक का बेटा, लेडी साइकॉलोजिस्ट ब्रियोनी ! 

    Prakash Jain
    Prakash Jain
  • राम तुम्हें अब आना होगा, विघ्नहर्ता तुम्हें ही बनना होगा !राम तुम्हें अब आना होगा, विघ्नहर्ता तुम्हें ही बनना होगा !

    राम तुम्हें अब आना होगा, विघ्नहर्ता तुम्हें ही बनना होगा !

    हर साल राम नवमी आती है, परंतु हालिया सालों में राम नवमी थ्रेट के साथ आती है कि हिंसा या अशांति ना हो जाए ! पता नहीं क्यों एक बात घर करा दी गई है कि समुदाय विशेष राम विरोधी है इसलिए विघ्न कर्ता वही होगा ? जबकि इसी समुदाय के शायरों के कलाम सुने तो उनमें राम से जुड़ी अभिव्यक्तियां हिलोरे लेती हैं. 

    Prakash Jain
    Prakash Jain
  • ईद के जायके को कड़वा कर गया वक्फ बिल !ईद के जायके को कड़वा कर गया वक्फ बिल !

    ईद के जायके को कड़वा कर गया वक्फ बिल !

    सवाल है क्या कृषि कानून के मानिंद केंद्र सरकार इसे भी वापस लेगी ?  जवाब है नहीं ! क्योंकि कृषि कानूनों का विरोध जाति से परे था, राजनीति से परे था;  जबकि वक्फ बिल का विरोध राजनीति के लिए है, चूंकि अगुआई राजनीतिक पार्टियों के नेता कर रहे हैं जिनका साथ सिर्फ और सिर्फ मुस्लिम कर रहे है. 

    Prakash Jain
    Prakash Jain
  • बेरहम तो है ही, बेशर्म भी है कानून !बेरहम तो है ही, बेशर्म भी है कानून !

    बेरहम तो है ही, बेशर्म भी है कानून !

    क्या सटीक लफ्जों में बयां हुआ था अंधा कानून -  जाने कहाँ दग़ा दे-दे जाने किसे सज़ा दे-दे ; साथ न दे कमजोरों का ये साथी है चोरों का ; बातों और दलीलों का ये खेल वकीलों का ; ये इंसाफ नहीं करता, किसी को माफ़ नहीं करता ; माफ़ इसे हर खून है, ये अँधा कानून है !   

    Prakash Jain
    Prakash Jain
  • गलत को सही करने के लिए बुलडोज़ करना सरकार की मनमानी है !गलत को सही करने के लिए बुलडोज़ करना सरकार की मनमानी है !

    गलत को सही करने के लिए बुलडोज़ करना सरकार की मनमानी है !

    शीर्ष न्यायालय ने एक प्रकार से सरकार को अपनी ही जमीन को खाली कराने की सजा इसलिए दे दी कि उसने प्रक्रिया को दरकिनार कर ऐसा किया ! क्या उचित नहीं होता यदि शीर्ष अदालत अपील कर्ताओं को भी अवैध कब्जे के लिए कड़ी फटकार लगा देती और साथ ही मुआवजा प्रतीकात्मक होता भारी भरकम नहीं ? आखिरकार अदालत ने भी तो नोटिस देने और विध्वंस करने की प्रक्रिया को नियंत्रित करने के दिशा निर्देश कालांतर में नवम्बर 2024 में दिए थे, सो इतना कठोर होने की ज़रूरत थी क्या ?  

    Prakash Jain
    Prakash Jain
  • अपनी सेक्सुअल फैंटेसी में जनक-जननी को तो ना आने दो !अपनी सेक्सुअल फैंटेसी में जनक-जननी को तो ना आने दो !

    अपनी सेक्सुअल फैंटेसी में जनक-जननी को तो ना आने दो !

    ला रहे हो तो विकृति ही कहलाएगी और तुम्हें यौन अपराधी ही माना जाना चाहिए ! फिर जो गुप्त फैंटेसी है उन्हें फ़ाश होने के लिए कामों का टोटा पड़ गया है क्या जो ये बेशर्म औलादें प्रजनकों को ही घसीट ले रही हैं और उतने ही बेशर्म तो वे भी हैं जो वहाँ बैठे हूहूहोहा कर रहे हैं ! 

    Prakash Jain
    Prakash Jain
  • क्या होली पर "होली मुबारक" उवाच कर विश करने वाले ईद पर ईद का राम राम बोलने की ज़ुर्रत करेंगे ?क्या होली पर "होली मुबारक" उवाच कर विश करने वाले ईद पर ईद का राम राम बोलने की ज़ुर्रत करेंगे ?

    क्या होली पर "होली मुबारक" उवाच कर विश करने वाले ईद पर ईद का राम राम बोलने की ज़ुर्रत करेंगे ?

    सवाल मुस्लिम भाइयों से नहीं है या उन हिंदुओं से भी नहीं है जिनका मुस्लिमों संग उठना बैठना है. उनका होली मुबारक करना स्वाभाविक प्राकट्य है. 

    Prakash Jain
    Prakash Jain
  • बारंबार खुद पर पड़ने लगी तो होश आना ही था ; शीर्ष अदालत को अदालतों की लाइव स्ट्रीमिंग नागवार गुजरने लगी है !बारंबार खुद पर पड़ने लगी तो होश आना ही था ; शीर्ष अदालत को अदालतों की लाइव स्ट्रीमिंग नागवार गुजरने लगी है !

    बारंबार खुद पर पड़ने लगी तो होश आना ही था ; शीर्ष अदालत को अदालतों की लाइव स्ट्रीमिंग नागवार गुजरने लगी है !

    तब नैतिकता का ख्याल नहीं आता जब साथ खड़े अन्य तीन खंभों मसलन, विधायिका, कार्यपालिका और मीडिया, की  चर्चाओं को उनके कहे को संदर्भ से परे ले जाकर गलत व्याख्या की जाती है, उन्हें शर्मसार किया जाता है. तब तो मीलार्ड यूट्यूबर्स की,  कंटेंट क्रिएटर्स की, प्लेटफार्म की स्वतंत्र अभिव्यक्ति बता देते है.

    Prakash Jain
    Prakash Jain
  • क्या खूब नारी शक्ति वंदन है, नारी सशक्तिकरण है !क्या खूब नारी शक्ति वंदन है, नारी सशक्तिकरण है !

    क्या खूब नारी शक्ति वंदन है, नारी सशक्तिकरण है !

    कि निर्वाचित महिला पंचों की जगह पतियों ने ले ली पद और गोपनीयता की शपथ ! जय बोलो पंच पति परमेश्वर की, नारी सशक्त हुई तो वह भी सशक्त हुआ ! जो हुआ सो हुआ और जाने भी दो चूँकि यही तो हकीकत है. गलत सिर्फ इतना हुआ कि गलती से वीडियो बन गया और वायरल भी हो गया, नतीजन पोलिटिकल हंगामा बरपा गया ! देश भर में एसपी यानी सरपंच पति और पीपी यानी प्रधान पति या पंच पति को किसी पद की तरह मान लिया गया है. बड़ी संख्या में महिला जन प्रतिनिधियों की जगह उनके पति, भाई या दूसरे रिश्तेदार उनका कामकाज संभालते रहे हैं. यहां तक कि पंचायतों की बैठक तक लेते रहे हैं. महिला विधायक, सांसद और मंत्री तक के मामलों में उनके पति के हस्तक्षेप के मामले भी समय-समय पर सामने आते रहे हैं. 

    Prakash Jain
    Prakash Jain
  • हम जैन हैं तो हिंदू नहीं है - न्यायालय ने कह दिया है !हम जैन हैं तो हिंदू नहीं है - न्यायालय ने कह दिया है !

    हम जैन हैं तो हिंदू नहीं है - न्यायालय ने कह दिया है !

    समझ नहीं आता न्यायमूर्ति को हो क्या गया है ?  जैन हतप्रभ है, सालासर बाबा (हनुमान) को हर साल सवा मनी चढ़ाई, हर दिवाली लक्ष्मी गणेश का पूजन करता रहा, पूर्ण हिंदू रीति और मान्यताओं के मुताबिक विवाह में सात फेरे लिए, हर मंदिर गए, चारों धाम दर्शन किए, हर माता के दर्शन किए, कुल देवी तो दुर्गा स्वरूप ओसिया माता को ही पूजा, गृह प्रवेश किया तो हवन किया, स्वर्गवासी माता पिता की तेरहवीं की, करवा चौथ और ना जाने क्या क्या व्रत रखे , सावन के हर सोमवार शिव जी को जल चढ़ाया, भागवत सुनी, अनगिनत सुंदरकांड पाठ किए और तो और इस बार महाकुंभ में भी डुबकी लगा आए ! फल क्या मिला ? न्यायमूर्ति ने डिक्लेयर कर दिया हम हिंदू नहीं है ! 

    Prakash Jain
    Prakash Jain